पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज की टीम क्वालीफाई भी नहीं कर पाई थी लेकिन वे क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का खिताब जीतने के प्रबल दावेदार हैं। जानें वजह।
क्रिकेट का पहला और दूसरा वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज के सामने क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का तीसरा वर्ल्ड कप जीतने का शानदार मौका है। इस बार घर में हो रहे इस टूर्नामेंट में वेस्टइंडीज की टीम भले ही अंडरडॉग मानी जा रही है लेकिन टीम में ऐसे ऐसे धुरंधर शामिल हैं, जो विरोधी टीम की निंद उड़ा सकते हैं। जो टीम टेस्ट में फिसड्डी रही है, पिछले साल आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए क्वालीफाई तक नहीं कर पाई, उस टीम के वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद सबसे ज्यादा क्यों हैं। चलिए जानते हैं असली वजह।
टीम में ऑलराउंडर्स की भरमार
टी20 क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है, जहां प्लेइंग 11 में जितने ऑलराउडंर्स होंगे, टीम की ताकत उतनी ज्यादा बढ़ेगी। इस बार टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए वेस्टइंडीज ने अपनी टीम में 6 ऑलराउंडर्स को जगह दी है, जो अब तक घोषित की गई टीमों में सबसे ज्यादा है। एक ऑलराउंडर प्लेइंग 11 में दो खिलाड़ियों की भूमिका निभाता है। अगर वेस्टइंडीज के 5 ऑलराउंडर भी खेलते हैं तो टीम की ताकत 5 गुना बढ़ जाएगी। साथ ही टीम सबसे ज्यादा संतुलित नजर आती है। गेंदबाजी के बहुत सारे विकल्प तो होते ही हैं, साथ ही बल्लेबाजी लाइनअप लंबी हो जाती है।
पहली गेंद से आक्रमक होने की क्षमता
टी20 क्रिकेट में अगर आप को जीत हासिल करनी है तो पहली गेंद के आक्रामक होना होगा। चाहें आप पहले गेंदबाजी करें या बल्लेबजी। वेस्टइंडीज की टीम में ऐसे बल्लेबाजी हैं जो किसी भी ऑर्डर पर आकर किसी भी गेंदबाजी लाइन अप को ध्वस्त कर सकते हैं। गेंदबाजी में ये टीम थोड़ी कमजोर जरूर लग रही है लेकिन जब अपने दर्शकों के सामने ये खिलाड़ी मैदान पर उतरेंगे तो उनके हौसले और उत्साह और बढ़ जाएंगे।
फियरलेस क्रिकेट खेलने की क्षमता
टी20 क्रिकेट का दूसरा नाम फियरलेस क्रिकेट है और फियरलेस क्रिकेटर्स के उधारण में वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों के अलावा और कौन हो सकता है। टीम की सबसे बड़ी ताकत यही है कि सामने कितनी भी मजबूत टीम हो, वे अपनी आक्रामकता नहीं छोड़ते और यही वजह है कि वह इससे पहले भी दो बार खिताब जीत चुके हैं।
मेजबान होने के नाते घरेलू दर्शकों का समर्थन
वेस्टइंडीज के शुरूआती मैच वेस्टइंडीज में ही खेले जाएंगे और उनके फैंस उन्हें हर जगह सपोर्ट करने के लिए होंगे। वेस्टइंडीज से ज्यादा वेस्टइंडीज में किसी ने मैच नहीं खेले हैं। खिलाड़ियों को हर स्टेडियम और उसकी पिच का अंदाजा है। ऐसे में यह किसी भी टूर्नामेंट को जीतने के लिए बड़ा फैक्टर माना जाता है।