मानसून सबसे पहले केरल, सबसे आखिरी में राजस्थान पहुंचेगा, MP में कब आएगा ?

Loading

राजस्थान से आ रही गर्म हवा की वजह से लगातार पांचवें दिन शहर हीट वेव (लू) की चपेट में रहा। अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जिससे दिन में लू के थपेड़ों से जलन का अहसास हुआ। अब रात में भी गर्मी से चैन नहीं है। रात में भी गर्म हवा चल रही है। 13 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हीट वेव चली। मौसम विभाग  के अनुसार धीरे-धीरे दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी। 22 से 23 मई के बीच में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज होगा। हीट वेव का चलना जारी रहेगा।

24 मई को सीवियर हीट वेव चलने की वजह से अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक दर्ज हो सकता है। गर्मी और तीखी होने वाली है। मंगलवार को सुबह 8:30 बजे तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। इस कारण सुबह से ही आसमान से आग बरसने लगी। दोपहर में गर्म हवा से जलन का अहसास हुआ। ओवर हीट के कारण हल्के बादल भी छाए, लेकिन बादल गर्मी को नहीं रोक सके। सूर्य अस्त के बाद भी गर्म हवा का चलना जारी रहेगा।

क्यों पड़ रही गर्मी

हवा का रुख पश्चिमी व दक्षिण पश्चिमी है। ये हवाएं राजस्थान की भीषण गर्मी अपने साथ लेकर आ रही हैं। दिन भर शहर तप रहा है और रात में गर्म हवा चल रही हैं। हवा में नमी नहीं होने की वजह से वातावरण ठंडा नहीं हो पा रहा है। इस कारण गर्मी कम नहीं हो रही है।

जम्मू कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ काफी कमजोर है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे पश्चिमी हवा मजबूत हो रही है।

राजस्थान की हवा की गति 13 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा है। गति अधिक होने से गर्मी की चुभन अधिक है।

छह घंटे तक शहर का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है।

गर्मी के कारण सड़कों का डामर पिघलने लगा है। गर्मी को देखते हुए एडवाइजरी भी जारी की है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ने गर्मी को देखते हुए लोगों को मैसेज भेजे हैं। बचाव की सलाह दी है, क्योंकि आने वाले समय में गर्मी और बढ़ने वाली है

पहुंच चुका है Monsoon

दक्षिण पश्चिम मानसून ने बीते रविवार को निकोबार द्वीप समूह में दस्तक दे दी। मौसम विभाग ने बताया, मानसून मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र और दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है। 31 मई को मानसून केरल आ सकता है। वहीं बात मध्यप्रदेश की करें तो यहां पर 16 जून और राजस्थान में 25 जून तक मानसून आ सकता है। विभाग ने इस साल ला नीना के कारण अच्छी मानसूनी बारिश की संभावना जताई है। देश में खेती इसी मानसून पर निर्भर करती है।

IMD के अनुसार, मानसून के मध्य प्रदेश में 16 से 21 जून और राजस्थान में 25 जून से 6 जुलाई तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं यूपी में 18 से 25 जून और बिहार-झारखंड में 18 जून तक पहुंच जाएगा।

ला नीना के कारण होगी अच्छी बारिश

क्लाइमेट (जलवायु) के दो पैटर्न होते हैं, अल नीनो और ला नीना। पिछले साल अल-नीनो सक्रिय था, जबकि इस बार अल-नीनो परिस्थितियां इसी हफ्ते खत्म हुई हैं और संभावना बन रही है कि तीन से पांच हफ्तों में ला-नीना परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी। पिछले साल अल-नीनो के समय सामान्य से कम 94% बारिश हुई थी। 2020 से 2022 के दौरान ला-नीना ट्रिपल डिप के दौरान 109%, 99% व 106% बारिश हुई थी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *