ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की मौत पर ईरान की खुफिया एजेंसिया सुप्रीम लेवल पर अपनी जांच कर रही हैं। अब इस जांच में एजेंसी को एक बड़ा संकेत मिला है जो इस केस को सुलझाने में बड़ी मदद कर सकता है। य़े सबूत दिया है रायसी के सबसे करीबी शख्स ने। इस पर एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट पेश की है। जिसमें ये बताया गया है कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की मौत आखिर हुई कैसे? दरअसल ईरान के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ ने ईरान के उत्तर-पश्चिम में हेलीकॉप्टर क्रैश के बारे में बताया है जिसमें राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, विदेश मंत्री होसैन अमीराबदोल्लाहियन और पूर्वी अजरबैजान प्रांत के दो शीर्ष स्थानीय अधिकारियों की मौत हो गई।
उड़ान के वक्त बिल्कुल ठीक था मौसम
ईरान के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ घोलमहोसिन इस्माइली ने बीते सोमवार को ईरान के एक सरकारी टीवी में दिए इंटरव्यू में बताया कि ईरान के वरज़ाकान क्षेत्र में, जहां राष्ट्रपति रायसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, वहां शुरुआत में और एक दिन पहले हुई ज्यादातर उड़ान के दौरान मौसम की स्थिति एकदम सही थी। इस्माइली उन तीन हेलीकॉप्टरों में से एक में थे जो अज़रबैजान के साथ ईरान की सीमा पर एक बांध उद्घाटन समारोह से लौट रहे थे।
अचानक गायब हो गया था रायसी की विमान
इस्माइली ने कहा कि कहा कि हेलीकॉप्टर्स ने 19 मई को दोपहर करीब एक बजे उड़ान भरी थी। तब मौसम बिल्कुल ठीक था। 45 मिनट की उड़ान के बाद, राष्ट्रपति रायसी के हेलीकॉप्टर के पायलट, जो उनके इस काफिले के प्रभारी थे, उन्होंने दूसरे हेलीकॉप्टरों को पास के बादल से बचने के लिए विमान की ऊंचाई बढ़ाने का आदेश दिया था। हालाँकि, राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी का हेलीकॉप्टर, जो दो दूसरे हेलिकॉप्टर्स के बीच उड़ रहा था लेकिन देखते ही देखते अचानक वो गायब हो गया।
इस्माइली ने कहा कि बादलों के ऊपर उड़ान भरने के 30 सेकंड बाद उनके पायलट ने देखा कि बीच वाला हेलीकॉप्टर गायब हो गया था। इस पर पायलट ने दोबारा उस क्षेत्र का चक्कर लगाने और राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर की तलाश में लौटने का फैसला किया। इसके बाद रेडियो उपकरणों के जरिए राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के हेलीकॉप्टर से संपर्क करने की कई कोशिशें की, जबकि बादलों के चलते ये ऊंचाई कम करने में असमर्थ था फिर भी उन्होंने अपनी उड़ान जारी रखी और पास की तांबे की खदान पर उतरा।
विदेश मंत्री समेत पायलट के प्रभारी से साधा संपर्क
इसके बाद विदेश मंत्री अमीरबदोल्लाहियान और राष्ट्रपति की सुरक्षा इकाई के प्रमुख को उन्होंने बार-बार कई बार फोन मिलाए लेकिन इनमें से किसी ने भी इसका जवाब नहीं दिया। हालांकि राष्ट्रपति के साथ जो दो और हेलीकॉप्टर थे, उनके पायलट्स ने कैप्टन मुस्तफवी से संपर्क किया था, जो राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर के प्रभारी थे लेकिन जिसने फोन किया वो तबरीज़ शुक्रवार के प्रार्थना नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम थे, जिनकी हालत खराब थी। लेकिन उन्होंने कहा कि हैलीकॉप्टर घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
अचानक पता चला विमान क्रैश हो गया
इसके बाद इस्माइली ने खुद एले-हाशेम के साथ फिर से संपर्क साधा इस पर वहां से जवाब मिला कि रायसी का विमान क्रैश हो गया है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें दुर्घटना की जगह के बारे में पता चला तो शवों के हालात भी कुछ घंटों बाद पता चल गए थे। पता चला कि राष्ट्रपति अयातुल्ला रायसी और दूसरे साथी तुरंत इस एयर क्रैश में मारे गए थे। लेकिन आले-हाशेम की दुर्घटना के कई घंटों के बाद मौत हो गई थी।
ईरान के सर्वोच्च नेता अल खामनेई ने दी श्रद्धांजलि
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने बुधवार, 22 मई को राजधानी तेहरान में राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के अंतिम संस्कार जुलूस से पहले तेहरान विश्वविद्यालय में एक समारोह में प्रार्थना की। बता दें कि इस अंतिम संस्कार में कई देशों के 10 प्रतिनिधिमंडल राष्ट्राध्यक्षों के स्तर पर होंगे, लगभग 20 प्रतिनिधिमंडल मंत्रियों के स्तर पर होंगे और बाकी कई और स्तरों पर होंगे जैसे कि संसद अध्यक्ष, विशेष दूत।
लाखों ईरानी लोग अंतिम संस्कार के जुलूस में शामिल
राष्ट्रपति रायसी और उनके विदेश मंत्री समेत दुर्घटना में मारे गए प्रांतीय अधिकारियों के शवों को राजधानी तेहरान ले जाया गया है, जहां सर्वोच्च नेता इन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इससे पहले मारे गए अधिकारियों का क़ोम में अंतिम संस्कार मंगलवार को हुआ था जबकि एक और अंतिम संस्कार उत्तर-पश्चिमी शहर ताब्रीज़ में हुआ था। तेहरान में राष्ट्रपति रायसी का अंतिम जुलूस निकाला गया। इसमें लाखों की संख्या में ईरानी लोग, सरकारी शाखाओं के प्रमुख और सैन्य अधिकारी शामिल रहे।