ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में 19 उम्मीदवार मैदान में थे। तीसरे उम्मीदवार के रूप में बसपा उम्मीदवार ने दम भरा था, लेकिन बसपा सहित 17 उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाए हैं। 12 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें नोटा से भी कम वोट मिले हैं। 17 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी।
बता दें कि ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में 13 लाख 38 हजार 687 मतदाताओं ने वोट डाले। जमानत बचाने के लिए प्रत्याशी को 2 लाख 23 हजार वोट की जरूरत थी, लेकिन निर्दलीय चुनाव में दम नहीं दिखा पाए। नामांकन भरने के बाद चुनाव प्रचार में नहीं दिखे। कुछ उम्मीदवार ऐसे थे, जिन्होंने सिर्फ जमानत राशि में ही पैसा खर्च किया। निर्दलीय उम्मीदवारों के एजेंट काउंटिंग के दौरान उपस्थित नहीं हुए।
बसपा नहीं कर सकी रिजल्ट प्रभावित
कल्याण सिंह कंषाना ने कांग्रेस छोड़कर बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। इनके चुनाव मैदान में आने से लग रहा था कि उम्मीदवारों की हार और जीत का समीकरण बिगाड़ेंगे, लेकिन 33 हजार 465 मत हासिल कर सके। उनकी जमानत भी जब्त हो गई। बसपा का इस चुनाव में प्रदर्शन काफी कमजोर रहा। जातीय समीकरण के हिसाब से भी वोट नहीं पा सके।